Saturday 25 July 2015

मुज़फ्फ़रपुर में मोदी



मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली के साथ बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना चुनावी बिगुल शुरु कर दिया जब पीएम नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी में बोलते हुए मुजफ्फरपुर रैली में लोगों को संबोधित किया कि बिहार के कोना कोना से आइल हमार भाई बहनो रऊआ सबसे शत-शत प्रणाम के साथ संबोधिक किया तो रैली में बैठे लोगों की आवाज आई तो मोदी-मोदी ठीक उसी तरह जैसे 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी मोदी की गुंज ने ,बिहार में बीजेपी 31 सीटें जीता दी...इन संबोधन के साथ पीएम मोदी ने रैली में आए लोगों को ही पीएम ने 14 करोड़ बिहारियों को अपना  संदेश भेज दिया कि वो बिहार की जनता से क्या चाहते है पीएम ने रेली में लोगों की भीड़ को देखता हुए बोले की मैं कल्पना नहीं कर सकता था कि ऐसा हुजुम देखने को मिलेगे पीएम की नजर जहां-जहां तक गई मोदी को माथे ही माथे दिखे तो पीएम मोदी ने पॉलिटिकल पंडितों को भी आगाह कर दिया कि इस कार्यक्रम को देखे तो नतीजा साफ दिख जाएगा कि अगली सरकार किसकी बनेगी...
नरेंद्र मोदी का मुजफ्फरपुर दौरा

पीएम ने ट्वीट को लेकर सीएम नीतीश पर निशाना साधा कि जब हम  कभी ट्वीट करते थे तो बिहार के एक नेता उनके चहकने , ट्वीट करने का मजाक उड़ाते लेकिन आज उन्होने भी चहकने का रास्ता पसंद किया और मेरे आने पर उन्होने ट्वीट किया कि 14 महीने बाद बिहार आने पर स्वागत है पीएम ने रैली में आए लोगों के सामने नीतीश के स्वागत का जवाब बड़े ही गंभीर स्वर में धन्यवाद दिया मोदी ने नीतीश से  अपनी मित्रता जिक्र यूं किया कि अपनो का विहर कितना परेशान करता है अपनों की दूरी कैसी बेचैन बनाती है पीएम मोदी ने मनमोहन से हमला करते हिए कहा कि 10 सालों में एक बार हवाई निरीक्षण करने आए थे लेकिन मोदी की 14 महीने का विरह भी बिहार के मुख्यमंत्री और मोदी के पुराने दोस्त को कितना परेशान करता है ये बात पीएम मोदी बखुबी जानते है और वो मानते है अपनों की दूरी जरा मुश्किल करती है ये बात मोदी शायद इसलिए कह रहे है कि नीतीश के साथ मोदी भी मित्रता चाहते है दोस्ताना चाहते चुनाव में बिहार को जितना चाहते है
रैली में लोगों की भीड़

मोदी ने परिवर्तन रैली में आए लोगों को विश्वास दिलाया कि कि बिहार की जनता चिंता ना करें मोदी अब आ गए है और देश के अच्छे दिन के बाद अब बिहार के भी अच्छे दिन आएंगे पीएम मोदी के कृषी मंत्री राधामोहन सिंह भी मानते है देश के बाद बिहार के अच्छे दिन जल्द आएंगे
मोदी के संबोधन के साथ ही रैली में आए लोगों के उत्साह बढ़ रहा था मोदी-मोदी के नारे लग रहे थे लोग खुश थे और पीएम उससे ज्यादा  बोल रहे थे जितना मोदी मन में सोच कर आए थे रैली में आए लोगों से मोदी उनके मन की बात जान रहे थे पूंछ रहे थे क्या बिहार में बदलाव में होना चाहिए, हालात बदलना चाहिए, स्थिति बदलना चाहिए, अंधेरे से उजाला होना चाहिए, रोजगार मिलना चाहिए, गुंडागर्दी साफ होनी चाहिए लोगों ने मोदी के मन की बात कही लोगों ने जोर जोर से कहा मोदी मोदी बदलाव होना चाहिए बिहार की जनता को मोदी ने भरोसा दिलाया कि 60  महीने में मैं आपके सपनों को पूरा करुंगा वो सारे सपने मैं साकार करुंगा जो 14 करोड़ बिहारियों ने देखा..बीजेपी से गठबंधन तोड़ने पर मोदी ने अपने पुराने मित्र नीतीश पर निशाना साधते हुए बोले कि मोदी इतना बुरा था तो एक कमरे के आकर एक चांटा मार देते मेरा गला घोंट देते इन बयानों में मोदी की नीतीश से मित्रता मोह दिख रही थी पीएम ने रैली में लोगों से अपील की एक बार हमे सरकार बनाने का मौका दे देश के प्रधान सेवक ने इस बात का भी जिक्र किया कि मेरी सरकार में बड़े विभाग बिहार के नेताओं के पास है इन बयानों और विभागों का जिक्र करना साफ दिखा रहा था पीएम मोदी आगामी बिहार विधानसभा में बड़े वोट को साधने की कोशिश कर रहे है जनता को लुभाना की कोशिश कर रहे है 


लेकिन प्रधान सेवक ने विभाग बताने से पहले 1998 में अटल जी के सरकार में मंत्रिमंडल को याद करना भूल गए जिसमें जार्ज फर्नाडिस रक्षा मंत्री, यशवंत सिन्हा, वित्त मंत्री, मोदी के पुराने दोस्त नीतीश-रेल मंत्री थे लेकिन आज मोदी के मंत्रिमंडल में ये तीनों मंत्रालय गैर बिहारी नेताओं के पास शायद ये बात मोदी के मन में नहीं आई जो बिहार की जनता को पसंद नहीं आएगी.. लेकिन फिर भी पीएम ये भी बताना नहीं भूले के बिहार के नेता पूरे देश को चला रहा है...लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत के लिए मोदी ने बिहार की जनता को शत-शत इन बयानों से पीएम के बिहार के मतदाताओं को बताना की कोशिश की आप विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनाएं...लोकसभा चुनाव के अपने घोषणाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने बोला कि मुझे याद है कि मैंने आपसे वादा किया था उन वादों को पूरा करुंगा रैली में आए लोगों को मोदी का वादा तो याद नही था पीएम ने लोगों को अपना वादा याद दिलाया लेकिन सवाल डेढ़ साल गुजरने के बाद भी मोदी सरकार ने बिहार के लिए सरकार पैकेज क्यों नहीं दिया तो जवाब है संसद सत्र खत्म होने के बाद...बिजली नहीं तो वोट नहीं नीतीश के इस वादे पर पीएम निशाना साधते हुए बोले की बिजली नहीं दी लेकिन वोट मांगने लोगों के पास आए उन्होने बिहार के जनता के साथ धोखा दिया पीएम मोदी ने बिहार की जनता को नीतीश के डीएनए के बारे में बताना नहीं भूले कि नीतीश के राजनीतिक डीएनए में दिक्कत है.   



पटना में पीएम

2014 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने के बाद जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें तो उस चुनाव में बिहार का अहम योगदान रहा बिहार के 40 लोकसभा सीटों में बीजेपी सहित एनडीए गठबंधन को 31 सीटें मिली तो बिहार में सभी विरोधियों का मुंह बंद हो गया उन सभी नेताओं के मुंह पर राजनीतिक तमाचा था जिन लोगों ने धर्मनिरपेक्षता के नाम राजनीतिक धर्म को को भूला दिया अपने दोस्त को दुश्मन बना लिया...धर्मनिरपेक्ष पार्टियां जेडीयू को 2 तो लालू को 4 सीटें मिली तो मोदी विरोधी एकजुट हो गए...प्रधानमंत्री बनने के 15 महीने बाद आज पहली बार नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर थे जहां पीएम ने 5 योजनाओं की शुरुआत कि ... 

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, पटना-मुंबई रेल लाइन, दानियावां-बिहारशरीफ रेल राइन, गैस परियोजना, और IIT पटना कैंपस का शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी ने किया... 2009 के बाद पहली बार दो पुराने दोस्त और अब राजनीतिक दुश्मन मोदी और नीतीश किसी राजनीतिक मंच पर एक साथ दिखे... 2009 के आम चुनाव में पंजाब में आखिरी बार तब गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक साथ एक मंच पर एक दूसरे के होथों में हाथ डाले दोनों एक दूसरे के नेतृत्व को निहार रहे थे दोनों अपने सुशासन का गुणगान कर रहे थे तब मोदी नीतीश के मित्र थे एक अच्छे दोस्त थे उन दिनों नीतीश को गुजरात का मॉडल पसंद था आज मोदी नापंद है तब मोदी विकास पुरुष थे आज समाज को बांटने वाले नेता हैं...तब नीतीश को ना तो मोदी की मित्रता से गुरेज था और नाही आडवाणी की सांप्रादिक पार्टी की आगुवाई से परहेज था...अब मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री है आज मोदी और नीतीश एक साथ एक मंच पर थे पर दोनों के हाथ एक दूसरे के हाथों में नहीं था आज दोनों हस हस के बातें नहीं कर रहें    थे दोनों के हाथ तो उठे पर मिलाने के लिए नहीं बल्कि दिखाने के लिए की हम एक दूसरे का सम्मान करते है अपमान नहीं...
नैना मिलाई ले

पीएम नरेंद्र मोदी-नीतीश कुमार पटना कार्यक्रम में 

पीएम जब वेटनरी कॉलेज में कार्यक्रम के लिए पहुंचे तो वहां बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मौज़ूद थे  कई केंद्रीय मंत्री भी मौज़ूद थे पीएम मोदी और नीतीश एक दूसरे से बातें तो कर रहें थे पर नीतीश पीएम से अपनी नजरे चुरा भी रहे थे मोदी के बिहार पहुंचने से पहले एएनाई को दिए इंटरव्यू सीएम नीतीश कुमार के कहा था कि मैं देश के पीएम का स्वागत करुंगा ना की बीजेपी के नेता का आदर करुंगा नीतीश बोल रहे थे पीएम अपना सर हिलाते हुए नीतीश की बातें सुन रहे थे नीतीश के विकास की बातें मोदी अपने मन में खाली घड़े में पानी भरने के समान भर रहे थे दोनों की बातें बगल में बैठे रामविलास पासवान भी सुन रहे थे और समझ भी रहे थे दो पुराने दोस्तो की बातें...मोदी और नीतीश कई सालों के बाद मिले थे और ऐसे बाते कर रहे थे जैसे कोई बिछड़ा दोस्त वर्षों बाद मिला हो..

पीएम मोदी-सीएम नीतीश कुमार-केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान

पासवान भी तो कभी नीतीश के साथ मंत्री थे आज पासवान मोदी के मंत्री है लेकिन नीतीश अब मोदी और पासवान से काफी दूर है पीएम की नजरे तो नीतीश को निहार रही थी पर नीतीश अपनी नजरे मोदी से चुरा रहे थे...नीतीश और मोदी राजनीतिक विरोधी है तो तंच तो कसना था लिहाजा नीतीश ने पीएम को तंज कसते हुए इस बात का एहसास दिलाया कि अटल सरकार की दनियावां-बिहार शरीफ रेल योजना शुरु करवा दे जो पता नहीं कब शुरु होनी थी नीतीश के इस दर्द से मोदी के मन को पीड़ा हुई तो नीतीश के इस व्यथा के साथ पीएम ने भी अपना शुरु मिलाया लेकिन नीतीश राजनीति विरोधी है तो तंज का जवाब तो देना था तो मोदी ने भी मंझे हुए राजनीति खिलाड़ी की तरह नीतीश को जवाब दिया हमने तो इस रेल लाइन की शुरुआत कर दी हमने तो बिहार की जनता का विकास किया कुछ लोगों ने तो सिर्फ राजनीति किया ...

इतना ही नहीं पीएम ने इशारों इशारों में लालू यादव पर निशाना साधा कि सरकार बदलने के बाद बिहार से ऐसे रेल मंत्री आए जिन्होने दनियावां-बिहारशरीफ रेल परियोजना का काम रोक दिया राजनीतिक द्वेश से बिहार की जनता का नुकसान हुआ राजनीति करने वाले तो राजनीति करें लेकिन बिहार की जनता का विकास ना रोके...बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने परियोजनाएं शुरु करने को लेकर पीएम मोदी का तहेदिल से धन्यवाद किया नीतीश से उस दिल से उस मोदी को धन्यवाद किया जिस दिल की बात सुनकर नीतीश ने मोदी के नाम पर 17 साल पुराना बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया 14 करोड़ बिहरियों के इस उम्मीद को तोड़ दिया जिस उम्मीद के साथ बिहार की जनता ने बीजेपी के साथ के साथ नीतीश को वोट दिया था वो बिहार का विकास करेंगे लेकिन नीतीश ने लालू के साथ हाथ मिलाकर उन वोटों पर चोट किया जो बिहार की जनता ने नीतीश को दिया था.