पोर्न फ़िल्में नहीं बढाती रेप की घटनायें:सनी लीओन
सनी लीओन |
देश की राजधानी और सत्ता का गढ़ माने जाने वाले शहर में पांच वर्षीय बच्ची के साथ हुए बलात्कार में यह पाया गया की इस बर्बर काम को अंजाम देने से पहले अभियुक्तों ने कथित तौर पर पोर्न फ़िल्में देखि थी जब से ये ख़बर समाज में आग की तरह फैली तो इस बात पर देश में ज़ोर शोर से बहस छिड़ गयी की क्या पोर्न और एडल्ट फिल्में बढ़ते सेक्स अपराधों के लिए ज़िम्मेदार है.भारत में कई जगहों पर पोर्न फ़िल्मों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए और भारत में ऐसी साइट्स पर पाबन्दी की मांग उठने लगी तो आनन फानन में सरकार ने ये फ़ैसला लिया की देश के सभी एडल्ट साइट्स को बंद किया जायेगा ताकि इस तरह के मामलो को रोकने में मदद मिल सके पर बड़ा सवाल ये उठता है क्या सिर्फ़ पोर्न फ़िल्मे ही समाज़ में हो रहे दुस्कर्मो के लिए पूरी तरह से ज़िम्मेदार है या ये सिर्फ़ हमारी संवेदनहीनता भरी सोच को दर्शाती हैं क्या भारत अकेला ऐसा देश है जहां पोर्न फ़िल्मों का चलन है लेकिन इस बात से भी बिलकुल इनकार नहीं किया जा सकता है कि इस तरह की फ़िल्में व्यक्ति को सेक्स के प्रति उत्तेजित करती हैं तो क्या यह मान लिया जाये की पोर्न मूवीज ही दुष्कर्म जैसे अपराधो के लिए ज़िम्मेदार हैं अगर दिल्ली में 5 साल की बच्ची के साथ हुए दुस्कर्म के मामले को छोड़ दिया जाये तो अनेको मामलों में दुस्कर्म की वजह पोर्न फ़िल्में नहीं रही है बल्कि व्यक्ति का वहशीपन ज़िम्मेदार रहा है इस घटना के बाद बेशक पूरा देश पोर्न फिल्मों के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है लेकिन खुद अमेरिका पोर्न फिल्मों का जाना माना चेहरा रह चुकी भारतीय मूल की सनी लीओन इस बात को पूरी तरह से बकवास मानती हैं और वो कहती है की पोर्नोग्राफी केवल एक मनोरंजन का साधन है ना की बलात्कार के लिए प्रेरणास्रोत हैं ऐसे मामलो को रोकने के लिए शुरू से ही बच्चो को सही शिक्षा दिए जाने की ज़रूरत हैंकी क्या सही और क्या गलत हैं इसलिए पोर्न इंडस्ट्री को गलत ठहराना बिलकूल बेवकूफ़ी और परिपक्वहीनता को दर्शाता हैं
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