Thursday 19 May 2016

बीजेपी की बादशाहत, कांग्रेस आहत!

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए परिणाम ऐसे आए कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया....कांग्रेस समझ नहीं पाई कि इन चुनावों में उसके चेहरे का रंग कैसा हो गया है...आज कांग्रेस के चेहरे से सियासी रंग उतर गया...आज राहुल, सोनिया की कांग्रेस बेरंग हो गई...पांच राज्यों के चुनाव में जनता ने कांग्रेस का चिरहरड़ कर दिया..कांग्रेस इसलायक भी नहीं रही कि खुले मन से बोल सके वो देश की राष्ट्रीय पार्टी है...लेकिन कांग्रेस ने 30 सीटों वाली पुड्डुचेरी में सरकार बनाकर अपनी इज्जत तो बचा ली लेकिन अपनी साख नहीं बचा पाई...कांग्रेस महज 7 राज्यों तक सिमट गई...कांग्रेस की साख किसी पार्टी के झंडे की तरह हवा में उड़ गया जैसे रैलियों के बाद कार्यकर्ता उस झंडे को फाड़ कर हवां में उड़ा देते है...आजाद हो जाते है उस पार्टी के बंधन से..आज कांग्रेस को जनता ने हवा में उड़ा दिया..असम की जनता ने आजाद कर लिया अपने आप को उस कांग्रेस से जो पार्टी 15 साल तक सत्ता के सिहांसन पर बैठी हुई थी..चुनाव के पहले असम और केरल में कांग्रेस की सरकार थी..इन दोनों ही राज्यों की जनता ने कांग्रेस को क्लीन बोल्ड कर दिया...कर दिया सत्ता से बाहर उस परिवार और पार्टी को जो देश का सबसे बड़ा सियासी परिवार.....और सबसे पुरानी पार्टी होने का दंभ भरता है...सियासत के मैदान में कांग्रेस चारों खाने चित हो गई...असम और केरल की प्रजा ने अपने राजा तरुण गोगोई और ओमन चांडी का परित्याग कर दिया...छीन गया गोगोई और चांडी की रियासत..रियासत के राजाओं की आज राजनीतिक हार हुई है...

कांग्रेस आज कही की नहीं रही...केरल में लेफ्ट ने कांग्रेस को सत्ता से आउट कर दिया...तो असम में बीजेपी ने कांग्रेस से सत्ता छीन लिया...और कांग्रेस मुक्त भारत की ओर कदम बढ़ा दिया..केरल में कांग्रेस लेफ्ट के विरोध में तो बंगाल में लेफ्ट-कांग्रेस के साथ ममता से लड़ाई लड़ रहे थे..उस ममता से जिसका नारा है मां, माटी, मानुस...अपने मां, माटी, मानुस के लिए लड़नी वाली ममता ने बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस को कंगाल कर दिया....सियासत के किनारे पर ला खड़ा कर दिया कांग्रेस और लेफ्ट को जहां से कांग्रेस ना खड़ा होकर चल सकती है और नाही लेफ्ट सियासत की पिच पर दौड़ सकता है... जो लेफ्ट-बंगाल में कांग्रेस के साथ है वो केरल में कांग्रेस और ओमन चांडी की हार पर भ्रष्टाचार की छाप बता रहा है...बृंदा करात को केरल में कांग्रेस की सरकार भ्रष्ट सरकार लगती है.. जो बृंदा और लेफ्त बंगाल में कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिला कर चल रहे है उन्हे बंगाल जाते ही कांग्रेस का भ्रष्टाचार नहीं दिखता है...उन्हे बंगाल जाते ही कांग्रेस भ्रष्ट नहीं दिखती है.. लेकिन ममता ने कांग्रेस, लेफ्ट को बंगाल की राजनीति से आउट कर मैन ऑफ द मैच बन गईं   
 ममता, लेफ्ट और कांग्रेस के सियासी दौड़ के बीच बीजेपी ने अपनी धमाकेदार एट्री की है इस बार के चुनाव में बीजेपी के खाते में 6 सीटें आई...तो केरल में एतिहासिक जीत दर्ज करते हुए बीजेपी एक सीट पर जनादेश हासिल कर पाई...लेकिन बीजेपी तमिननाडु, पुड्डुचेरी में खाता भी नहीं खोल पाई...उसे वहां की जनता ने नकार दिया...चुनाव परिणामों में बीजेपी बंगाल,केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी में बहुत कुछ तो नहीं कर पाई...लेकिन बिहार चुनाव में करारी हार के बाद असम में बीजेपी ने ऑसम प्रदर्शन किया...
आजादी के बाद पहली बार असम में बीजेपी की सरकार बनी..तो बंगाल में दीदी की दमदार जीत तो तमिलनाडु में 27 साल बाद किसी सत्तारुढ़ दल की अद्भुत वापसी कर अम्मा ने इतिहास रच दिया... ऐसा इतिहास की देश के पॉलिटिकल पंडित और पार्टियों के रणनीतिकार समझ नहीं पाए कि अम्मा यानी जयललिता की शानदार, जबरदस्त जनादेश का असली वजह क्या है.. क्या हैं जयललिता के जिंदाबाद राजनीति की असली नीति...


वो कौनसी नीति जिसने बंगाल में ममता बनर्जी यानी दीदी की सियासी दादागिरी के झंडे गाड़ दिए...बंगाल की कैसी 'ममता' जिसने दीदी की दमदार वापसी करा दी...वो कौन सी नीति जिसने बीजेपी को असम में जनादेश दिला दिया...ये आज की सियासत जिसमें कांग्रेस एक के बाद एक राज्य हारती जा रही है..इस हार के बाद के कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व नेशाने पर है निशाना विरोधी पार्टी बीजेपी लगा रही है...और लक्ष्य राहुल गांधी हैं...बीजेपी राहुल पर तंज कश रही है केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राहुल के सहारे पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत होने के सपने को आगे बढ़ा रहे है...इस चुनाव परिणाम को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस मुक्त भारत की ओर 2 कदम बढ़ने के रुप में देख रहे है... तो प्रधानमंत्री बीजेपी की विकास विचारधारा की जीत बता रहे हैं।  

Thursday 12 May 2016

‘बीजेपी अहंकारी है’


लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने गए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ना मुझे किसी ने भेजा, ना मैं आया हूं, मुझे तो गंगा मइया ने बुलाया है... लेकिन नीतीश कुमार आज वाराणसी गए थे नाही नीतीश कुमार को किसी ने भेजा था नाही नीतीश कुमार को किसी ने बुलाया था....

बिहार के सीएम और नए नबेले जेडीयू के अध्यक्ष बनें नीतीश कुमार आज बनारश में थे..अपने कार्यकर्ताओं में 2019 के लिए चुनावी जोश भरने गए थे... मोदी के गढ़ में अपनी सियासी हुंकार को सुनाने गए थे...बीजेपी के खिलाफ सियासी दलों को एकजुट करने गए थे...बिहार के शराब बंदी को सफल बताने के लिए शराब-धतुरा पीने वाले भोले के नगरी में आज नीतीश कुमार 2019 के लिए हुंकार भरने गए थे...नीतीश की हुंकार से पहले ही कार्यकर्ताओं में जोश खुब दिखा और जोश भी माउंटेन ड्यू वाला बल्कि महाभारत वाला जोश...नीतीश के मोह में कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लॉच किया पोस्टर में नीतीश के सियासी सार्थी शरद यादव बने हैं जबकि नीतीश को पोस्टर में अर्जुन दिखाए गया है ...

यूपी में महाभारत वाले पोस्टर आजकल चर्चाओं में है क्योंकि 2017 में विधानसभा चुनाव होने वाला है...इस चुनाव के परिणाम के आधार पर 2019 का सियासी समीकरण तैयार होगा...दिल्ली की कुर्सी पर बैठना है तो वाया लखनउ जाना होगा...वैसे नीतीश को अर्जुन वाले पोस्टर से पहले कई सियासी पोस्टर आए..हर पोस्टर में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने नेताओं को अलग रुप में दिखाया... किसी ने  दबंग दिखाया तो किसी ने अपने नेता को कृष्ण बताया...तो किसी ने अपने नेता को काली दिखाया...हर पार्टी के लिए उनका नेता भागवान था... वैसे पोस्टर पॉलिटिक्स की शुरुआत बीजेपी ने की यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष केशव प्रसाद मोर्य को कृष्णा दिखाया गया तो देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी को दबंग दिखा दिया तो अपने आप को दलितों का मसीहा बताने वाली पार्टी  BSP ने मायावती को काली के रुप में दिखा दिया...

वाराणसी कहे या बनारस आज केवल एक नाम भर नहीं....देश की सियासत का एक बड़ा अखाड़ा बन गया है...पहले बनारस लोग भोले  बाबा के दर्शन के लिए जाते थे आज राजनीतिक पार्टियां बनारस में अपनी राजनीति के बेस को मजबूत करने जाती है....बनारस वो बेस है जहां से बिहार और यूपी दोनो को सियासी रुप से साधा जा सकता है...शायद नरेंद्र मोदी की भी ऐही सोच होगी जो आज नीतीश सोच रहे हैं। 

नीतीश ने सभा में जब बोलने शुरु किया सबसे पहले जिक्र किया अपने पुराने साथी बीजेपी का... जिक्र किया की बीजेपी को घमंड है बीजेपी वाले हर किसी का मजाक उड़ाते है ..हमारा मखौल उड़ाते है.. मुस्कुराते-मुस्कुराते नीतीश कुमार भी उस बीजेपी का मजाक उड़ा रहे थे...नीतीश ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी को नसीहत भी दे दी कि राजनीति में अहंकार सबको बर्बाद कर देती हैअहंकार का अनुभव नीतीश कुमार से अच्छा किसको हो सकता है...भला नीतीश से बेहतर कौन बता सकता है कि अहंकार का नुकसान कैसा होता है और अहंकार टूटने के बाद क्या होता है....नीतीश जानते है कि अहंकार में बीजेपी से 17 साल पुराना याराना तोड़ने का क्या नतीजा होता है और अहंकार टूटने के बाद लालू के साथ नए रिश्ता बताने पर चुनावी फायदा क्या होता है।


 प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सभा में नीतीश कुमार ने बीजेपी और मोदी को एक नसीहत भी दे दी..नसीहत था किसी का मजाक नहीं उड़ाने का... नीतीश की नरेंद्र मोदी को नसीहत इसलिए है क्योंकि बिहार की जनता ने नरेंद्र मोदी को नकारकर नीतीश कुमार को नेतृत्व की जिम्मेदारी जो दी है... मोदी के गढ़ में नीतीश बनारसियों के पूछ रहे थे आप भी जनते है कि मोदी जी ने क्या किया...

नीतीश की मुस्कान मोदी को उकसा रही थी..2019 के लिए उकसा रही थी... नीतीश ने नरेंद्र मोदी के 15 लाख देने के वादे का जिक्र करते हुए बीजेपी और नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा कि क्या हुआ 15 लाख का जो आपने वादा किया किया...वादा-वादा ही रह गया...आपके अध्यक्ष ने पीएम के वादे को जुमला बता दियानीतीश कुमार नरेंद्र मोदी का दर्द समझ रहे थे और समझे भी क्यों ना नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी दोस्त रह चुके है दोस्ती के दौर में दोनों अपने-अपने रियासत के राजा रह चुके है रियासत भी ऐसा की उसका देश की सियासत में नाम है किसी का गुजरात मॉडल तो किसी का सुशासन राज...आज देश की सियासत इस मोड़ पर खड़ी है जहां से ना मॉडल दिख रहा है और नाही सुशासन राज...

नीतीश मोदी का दर्द समझ रहे थे नीतीश ने कहा कि 15 लाख पुरे देश के लोगों को देने में समय लगेगा...15 हजार देने से ही शुरुआत तो कर देते तो लोगों को आपसे उम्मीद बनी रहेगी ..आप पर लोगों का भरोसा बना रहेगा..लेकिन आपने लोगों का भरोसा तोड़ दिया है...वाराणसी के इस सम्मेलन से नीतीश कुमार ने अपने पुराने दोस्त और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ-साफ बताने की कोशिश की है 2019 में मोदी और नीतीश की सीधी टक्कर है...लेकिन नीतीश का निशाना सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी नहीं थे बल्कि नीतीश ने संघ के सहारे मोदी पर जोरदार हमला बोला...आज नीतीश संघ से सवाल पूछ रहे है बताइए ना सर संघचालक साहब देश की आजादी में आपका क्या योगदान है देश को आपने क्या दिया...नीतीश का सवाल संघ से था कि आपने देश के लिए क्या जो आप देश भक्ति सिखा रहे है...संघ से सवाल करते समय बिहार के सीएम साहब भूल गए संघ का योगदान वो है जब देश पाकिस्तान से लड़ रहा था ...हिंदुस्तान का साथ संघ दे रहा था...जब देश चीन से लोहा ले रहा था तब संघ देश के फौज के साथ खड़ा था... नीतीश का सवाल संघ से था पर निशाना नरेंद्र मोदी थे...17 साल तक जिस पार्टी के सहारे नीतीश कुमार सत्ता में थे आज नीतीश का निशाना उसी बीजेपी पर था..निशाना नरेंद्र मोदी पर था निशाना नरेंद्र मोदी के नीतिओं पर था..संघ पर निशाना साधते हुए नीतीश ने जोरदार हमला किया और ऐसा हमला की संघ के सहारे सत्ता में आए नरेंद्र मोदी भी समझ गए होंगे कि नीतीश की निगाहे किस पर है और निशाना कौन है जाहिर सी बात है नीतीश की निगाहे पीएम की कुर्सी पर है और निशाना नरेंद्र मोदी है....नीतीश ने बिहार में शराब बंदी का भी जिक्र किया...शराब के सहारे अपनी सियासी पीठ भी खुब थपथपाया...बीजेपी पर हमला भी बोला लोगों का भरोसा बीजेपी से उठ गया...बीजेपी ने लोगों का भरोसा तोड़ा है।

चुनावी चौहदी तौयार करने नीतीश आज बनारस गए थे...बीजेपी के खिलाफ गोलबंदी करने गए थे....मोदी के खिलाफ हल्ला बोलने गए थे ..नीतीश ने अपने संबोधन में बीजेपी के खिलाफ खुब बोला..नीतीश जितना सोच कर आए थे उससे ज्य़ादा बोले... लेकिन नीतीश ने ना मुलायम की खिलाफत और नाही मायामती की मुखालफत की तो क्या नीतीश वाकई में 2019 में सभी पार्टियों को बीजेंपी के खिलाफ एक मंच पर ला पाएंगे ....क्या मुलायम-मयावती की दोस्ती करा पाएंगे जो संभव नहीं....लेकिन राजनीति की नीति बिल्कुल अलग होती है जो 17 साल तक दोस्त था वो आज दुश्मन है...जो एक दशक से विरोधी था वो आज सत्ता में सहयोगी है...राजनीति में सही नीति वही होती जो सही समय पर राज करने की नीति होती है और राजनेता वही होता है जिसके पास संसद में संख्या और सड़क पर जनसैलाब होता है।


वाराणसी में नीतीश की सभा बीजेपी को राश नहीं आई बिहार बीजेपी के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने बिहार की तुलना रोम से की और नीतीश की तुलना नीरो से...मंगल पाणडेय ने नीतीश को निशाने में पर लेते हुए बोला की बिहार जल रहा है और नीतीश सियासी बंसी बजा रहे हैं...मंगल पाणडेय ने नीतीश की सभा को नौटंकी करार दिया ..पैसे पर जुटाने वाली भीड़ की सभा बता दिया..मंगल पाणडेय ने नीतीश को नसीहत दी बिहार में बढ़ते अपराध पर सीएम साहब नकेल कशे।

Sunday 8 May 2016

जेडीयू MLC के बेटे ने एक युवक की हत्या की

बिहार के गया में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई... आज एक परिवार का लाल उससे हमेशा के लिए छीन गया...एक परिवार का चिराश सदा के लिए बुझ गया...आज एक मां की कोख सुनी हो गई....एक मां चिल्ला-चिल्ला कर अपनी आवाज सुशासन के कानों तक पहुंचाना चाहती है कि सुन लो सुशासन बाबू मैं इस लाश की बदनशीब मां हूं...जिसको आपके सुशासन में आपके सियासी साथियों मेरे बेटे को आज लाश बना दिया है...आपके सुशासन में मदर्स डे के मौके पर मुझ बदनशीब मां को आपके साथियों ने मुझे उपहार दिया मेरे बेटे की लाश का उपहार....आज घर सुना हो गया...आज एक पिता का प्यार हमेशा के लिए मर गया..मर गया वो बेटा जिसे पिता का प्यार प्यारा था जिसे मां की ममता प्यारी थी...

इस प्यार और ममता का मजाक उड़ा रहे है सुशासन बाबू के जूनियर और बिहार के उप-मुख्यमंत्री के पद पर बैठे लालू के लाल और राबड़ी के दुलारे तेजस्वी यादव जो एक बेटे की हत्या की तुलना गुरुग्राम में चोरी हुई उस गाड़ी से कर रहे जिसे चोरों ने गुरुग्राम से चुरा लिया वो कार किसी और की नहीं बल्कि लालू के जमाई राजा और तेजप्रताव ,तेजस्वी के जीजा की थी...आज गया में एक परिवार गमगीन है क्योंकि उसका बेटा मर गया... एक मां की ममता खुन से लतफत हो गई....एक मां का आंचल बिरान हो गया...और दूसरी तरफ जेतस्वी साहब उस अपने जीजा के चोरी हुई गाड़ी की तुलना उस बेटे से कर रहे जो कल तक अपनी मां के लिए मदर्स डे के लिए सपने देख रहा था..अपनी मां को तौफा देना चाहता था...उसकी मां को तौफा तो मिला लेकिन एक मां को तोफा मिला उसके बेटे की लाश ....सुन रहे है ना सुशासन बाबू और देख भी लीजिए अपने जूनियर की दलील जो सुशासन को कैसे समझा रहे है..एक बेटे की लाश की तुलना एक गाड़ी ....एक मां  की मामता की बराबरी चार पहिया मोटर के रहे है...पिता के प्यार को 10 लाख की गाड़ी से तौला जा रहा है 
ये सब सुनकर आपका सर शर्म से झुक जाएगा कि आपका सुशासन वाला बिहार कैसे कुशासन के सामन घुटने टेक रहा है ....सुशासन में एक बेटे की लाश मां के आंचल का तौफा बन रहा है ....कहते रहिए 5वीं बार नीतीश कुमार ..कहते रहिए बढ़ता रहे बिहार..कहते रहिए सुशासन का राज लेकिन गया की घटना ने जो आपके माथे पर बदनुमा पताखा लहरा दिया उसे आप कैसे मिटाएंगे..कैसे मिटाएंगे आप उस दाग को जो आपके MLC  ने कुशासन का काला धब्बा आपकी चम-चमाती सियासत पर पोत दिया है कैसे अनसुना करेंगे उस मां की ललकार जो चिल्ला-चिल्ला कर आपके सुशासन को खुले समाज में ललकार रही है...सुशासन वाली सरकार ने मदर्स-डे के मौके पर एक मां को उपहार उसके बेटे के लाश के रुप में दिया है....जय हो सुशासन राज।