Wednesday 2 March 2016

'साहब' को बेल

 बिहार में सीवान के चर्चित दोहरे अपहरणकांड और तेजाब कांड में आजीवन कैद की सजा काट रहे है जेल में बंद...बाहुबली आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को आज पटना हाईकोर्ट ने जमानत दे दी...जस्टिस अंजना प्रकाश की बेंच ने मामले की सुनवाई करने के बाद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को जमनात देने का फैसला सुनाया
पिछले साल 11 दिसंबर 2015 को स्पेशल कोर्ट के एडिशनल जज ने शहाबुद्दीन को हत्या, अपहरण और दफा 120बी के तहत पूर्व सांसद को उम्रकैंद की सजा सुनाया गया थी..जब शाहाबुद्दीन को उम्रकैद की सजा हुई की व्यापारी चंदाबाबू को लगा कि हमारे बेटों के हत्यारें को कानून ने सजा दी, मेरे बेटों को इंसाफ मिला..नीतीश के बिहार के कानून का राज है लेकिन आज जब पटना हाईकोर्ट ने शहाबुद्दीन को जमानत देने का फैसला सुनाया तो पीड़ित परिवार टूट गया.. 


चांदबाबू-हत्या कर दी गई बेटों के बांप
छोटे से एक कमरे अपनी जिंदगी काट रहे है दो बेटों के हत्या हो जाने का दर्द झेल रहे बुढ़े मां-बाप के लिए समझ पाने बड़ा मुश्किल था जब उन्हे इस बात की खबर मिली की उनके बेटे के हत्यारे शहाबुद्दीन को पटना उच्च न्यायालय ने बेल दे दिया है..न्यायालय की नजरों में शहाबुद्दीन दोषमुक्त हो गया है...पूर्व सांसद के बेल को मृतक के पिता ने गलत करार दिया है दो बेटों के मौत का दर्द झेल रहे बांप ने कहा कि शहाबुद्दीन को बेल नहीं बल्कि फांसी होनी चाहिए थी, उनके बेटों को मौत की निंद सुलाने वाले को मौत की सजा मिलनी चाहिए थी..बांप का दर्द समाज को लेकर भी था इस बेल से समाज को गलत संदेश जाएगा बुढ़े बांप को गरीब होने का भी दर्द है की उसके पास पैसे नहीं वो कैसे क्या करेगा इस बुढ़े बांप को कुछ समझ नहीं आ रहा है, बुढ़ी मां को भी इस बात का दर्द है जो निचली अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है उसे कैसे बदल दिया गया मेरे तीन बेटों के हत्यारों को केसै छोड़ दिया गया है..
हत्या कर दी गई लड़को की मां
पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने 12 साल पहले 16 अगस्त 2004  में एक व्यापारी चंदा बाबू के के तीन बेटों को अपहरण कर लिया था बाद में दो बेटों सतीश कुमार, गिरीश कुमार का शव तेजाब से जला पाया गया था जबकी चांद बाबू का तीसरा बेटा राजीव रौशन वहां से भागकर अपनी जान को बचाने में कामयाब रहा था...दो युवकों के हत्या का गवाह और चांद बाबू का तीसरा बेटे राजीव रौशन की हत्या 2014 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
शहाबुद्दाीन-फाईल फोटो



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